Goa Airport: गोवा के मनोहर पर्रिकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आज से उड़ान शुरू, कई तकनीक से लैस है ये एयरपोर्ट
Goa Airport: आधुनिक गोवा के निर्माण में पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार के पूर्व रक्षा मंत्री दिवंगत डॉ. मनोहर पर्रिकर के योगदान की स्मृति में इस हवाई अड्डे का नामकरण उनके नाम पर किया गया है.
Goa Airport: गोवा के मनोहर पर्रिकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आज से उड़ान शुरू, कई तकनीक से लैस है ये एयरपोर्ट
Goa Airport: गोवा के मनोहर पर्रिकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आज से उड़ान शुरू, कई तकनीक से लैस है ये एयरपोर्ट
Goa Airport: गोवा के मनोहर पर्रिकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आज से उड़ान शुरू होगी. शुरुआती दौर में यहां 200 से ज्यादा फ्लाइट चलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया था. यह हवाई अड्डा पणजी से 35 किमी दूर है. इंडिगो और गो-फर्स्ट विमानन कंपनियों ने पहले ही 168 और 42 उड़ान सेवाओं की घोषणा की थी. आधुनिक गोवा के निर्माण में पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार के पूर्व रक्षा मंत्री दिवंगत डॉ. मनोहर पर्रिकर के योगदान की स्मृति में इस हवाई अड्डे का नामकरण उनके नाम पर किया गया है.
Goa | Mopa airport, which was inaugurated by Prime Minister Narendra Modi in December 2022, to start domestic operations today. Inside visuals from Mopa airport pic.twitter.com/iIn3nAmDiw
— ANI (@ANI) January 5, 2023
हैदराबाद से आज शुरू होगी उड़ान
हैदराबाद से इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान 5 जनवरी को उत्तरी गोवा के नए खुले मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (एमआईए) पर सबसे पहले उतरेगी. हैदराबाद से इंडिगो का विमान 6ई 6145 आज गुरुवार को सुबह 9 बजे पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि घरेलू परिचालन गुरुवार से शुरू होगा और इसके कुछ ही समय बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने की संभावना है.
कई तकनीक से लैस है मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
इसे स्थायी बुनियादी ढांचे के विचार को ध्यान में रखकर बनाया गया है. उत्तरी गोवा के मोपा में स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 2,870 करोड़ रुपये की लागत से बना है. इसमें एक सौर ऊर्जा संयंत्र, हरित भवन, एलईडी रनवे लाइटिंग, वर्षा जल संग्रह, और ऐसी अन्य सुविधाओं के साथ-साथ रीसाइक्लिंग क्षमताओं के साथ एक अत्याधुनिक सीवेज उपचार प्रणाली है. इसमें विभिन्न प्रकार की सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास तकनीक है, जैसे कि स्टेबिन रोड, रोबोमैटिक हॉलो प्रीकास्ट वॉल, और 3-डी मोनोलिथिक प्रीकास्ट बिल्डिंग, साथ ही आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर जो 5जी सक्षम है. अन्य बातों के अलावा, हवाई अड्डे में दुनिया के सबसे बड़े विमान को संभालने के लिए काफी बड़ा रनवे, 14 पार्किंग स्थल, विमान नाइट पार्किंग के लिए जगह, स्वयं सामान छोड़ने की सुविधा और अत्याधुनिक स्वतंत्र हवाई नेविगेशन उपकरण शामिल हैं.
डाबोलिम के बाद राज्य का दूसरा हवाई अड्डा होगा
यह डाबोलिम के बाद राज्य का दूसरा हवाई अड्डा होगा. अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में हवाई अड्डे की सालाना क्षमता 44 लाख यात्रियों की होगी और परियोजना पूरी होने पर इसकी कुल क्षमता बढ़कर सालाना एक करोड़ यात्री हो जाएगी. डाबोलिम हवाई अड्डे की क्षमता 85 लाख यात्री सालाना है.
10:47 AM IST